यदि आप एक फोम से बना हुआ गद्दा या तकिया खरीदने के बारे में सोच रहे हैं और आपको इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है तो इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप इतना समझ जाएंगे कि आपको अपने लिए कैसा गद्दा या तकिया खरीदना है? इसके बारे में निर्णय लेने में परेशानी नहीं होगी|
वैसे इस ब्लॉग पर एक अच्छा गद्दा चुनने के लिए क्या चीजें ध्यान रखनी चाहियें? इसके ऊपर भी पोस्ट लिखी हुई है|
Foam sheet क्या होती है?
सबसे पहले इस पोस्ट में हम यह जान लेते हैं कि फोम शीट होती क्या है? फोम क्या होती है?
फोम TDI & Polyol जैसे कुछ केमिकल्स का मिश्रण होती है|
फोम बनाने के लिए इन केमिकल को आपस में मिलाया जाता है फिर इन्हें एक बड़े से बॉक्स या एक बड़ी सी बॉक्स नुमा नाली में डालकर छोड़ दिया जाता है|
यह केमिकल फूलकर एक गुदगुदे से पदार्थ में परिवर्तित हो जाते हैं| इसे ही फोम कहते हैं|
अब इस फोम के ब्लॉक में से अलग-अलग साइज की सीटों को काट कर निकाल लिया जाता है जिन्हें फोम शीट कहते हैं|
इसे सामान्य भाषा में PU FOAM (Polyurethane) कहते हैं|

फोम शीट का इस्तेमाल कहां कहां होता है?
- गद्दे बनाने में
- सोफे बनाने में
- गाड़ियों की सीटें बनाने में
- फिल्टर बनाने में
- हेलमेट के इनर सरफेस में
- लेडीज अंडर गारमेंट्स में
- पेंट करने के रोलर बनाने में
- गद्दों के कपड़ों पर Quilting में
- स्टांप पैड बनाने में
- ब्लैक बोर्ड साफ करने के लिए डस्टर बनाने में
- तकिए बनाने में
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बोंडेड फोम के गद्दे की जानकारी
फोम शीट के मिथ्य
- Foam sheet Color
बहुत से लोगों को यह गलतफहमी होती है कि फोम की क्वालिटी उसके रंग पर निर्भर करती है|
जैसे कि बहुत से लोग यह सोचते हैं कि 40 डेंसिटी की फोम गुलाबी रंग की होती है तथा 32 डेंसिटी के फोम पीले रंग की होती है|
तो दोस्तों, आपको यह गलतफहमी अपने दिमाग से निकाल देनी चाहिए की किसी फोम के रंग से उसकी क्वालिटी का निर्धारण होता है|
यह तो कंपनियां अपनी सुविधा के हिसाब से बनाती हैं ताकि बहुत सारे फोम के ब्लॉकस के बीच में किसी भी डेंसिटी को वह आसानी से पहचान सके|
यही फायदा आगे दुकानदारों को भी होता है कि वह भी आसानी से कलर के माध्यम से फोम शीट की पहचान कर पाते हैं कि यह कितने डेंसिटी की है?
अलग-अलग कंपनियां अलग-अलग डेंसिटी पर अलग-अलग कलर कोडिंग कर सकती हैं|
सामान्य तौर पर 32 डेंसिटी में पीला रंग तथा 40 डेंसिटी में गुलाबी रंग तथा 50 डेंसिटी में नीले रंग का इस्तेमाल किया जाता है|
इस कारण से लोगों को यह गलतफहमी होना साधारण सी बात है|
- Foam sheet Pasting
फोम को चिपकाने के लिए जिस adheshiv का इस्तेमाल किया जाता है उसे सिलोचन या बॉस्टिक कहते हैं|
यदि इस केमिकल द्वारा फोम शीट को सही तरीके से चिपकाया जाए तो वह जोड़ खुल नहीं सकता|
यदि उसे ताकत लगाकर खोलने की कोशिश की जाएगी तो फोम दूसरी जगह से फट जाएगी परंतु वह जोड़ नहीं खुलेगा|
बहुत से लोगों को यह गलतफहमी रहती है कि यदि फोम क थोड़ा सा साइज बढ़ाने के लिए उसमें केमिकल द्वारा एक टुकड़ा जोड़ दिया जाए तो वह छुट जाएगा|
यदि आप गौर करें तो जितने भी सोफे बनते हैं वह फोम को चिपकाकर ही बनते हैं||
- फोम शीट पर कपड़े प्रेस करना
अक्सर बहुत से लोग अपने फोम के गद्दे पर कपड़े प्रेस करते हैं|
इसके लिए वह उस पर एक पहले कॉटन की मोटी चादर बिछा देते हैं और सोचते हैं कि उनका गद्दा खराब नहीं होगा|
जबकि वास्तव में ऐसा नहीं होता क्योंकि कुछ ना कुछ हीट अवश्य ही फोम शीट में जाती है| जिस कारण से धीरे-धीरे फोम शीट खराब हो जाती है|
Foam sheet Quality
यदि हम क्वालिटी की बात करें तो क्योंकि हमारा blog mattress तथा pillow से संबंधित है इसलिए हम इसमें इन दो विषयों के बारे में ही ज्यादा बात करेंगे|
वैसे तो बहुत सारी कंपनियां बहुत सारे टाइप्स के फोम शीट बनाती है इनमें से कुछ मुख्य प्रकार तथा उनके इस्तेमाल के बारे में हम इस ब्लॉग में बात करेंगे|
- C.g.
- Regular foam
- Premium foam
- Ultra premium
- Super premium
- High Resilience (H.R.)
- Softy foam
- Memory foam
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Foam Sheet Quality Unit
सभी foam sheet की क्वालिटी को Density (घनत्व) में नापा जाता है|
कंपनियों द्वारा 8 Density से लेकर 60 Density तक की foam बनाई जाती है|
गद्दों के लिए ज्यादातर पांच ही डेन्सिटी निर्धारित की गई हैं| ये हैं-
23 Density
28 Density
32 Density
40 Density
50 Density
Foam sheet life
अलग-अलग foam डेंसिटी की अलग-अलग लाइफ होती है| Premium foam, ultra premium foam तथा H.R. फोम की लाइफ कि यदि बात करें तो यह एक सामान्य इस्तेमाल में निम्न प्रकार चलती है|
Density: | 23 Density | 28 Density | 32 Density | 40 Density | 50 Density |
Life: | 2 से 3 वर्ष | 3 से 5 वर्ष | 7 से 10 वर्ष | 10 से 15 वर्ष | 15 से 25 वर्ष |
Note: यह लगभग में है| यह केवल प्रीमियम या उससे ऊपर की फ़ोम क्वालिटी के लिए है तथा सामान्य इस्तेमाल करने पर ही लागू होगी|
फोम के साइज
यदि आप खाली फोम शीट को ही गद्दे के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आपको 4 इंच या 5 इंच का ही साइज लेना चाहिए|
यह दोनों ही साइज बहुत आसानी से मिल जाते हैं तथा इन्हें इस्तेमाल करने में परेशानी नहीं होती|
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फोम के गद्दे के फायदे (Foam sheet advantages)
- अन्य प्रकार के गद्दों के मुकाबले यह वजन में बहुत हल्की होती है|
- अच्छी क्वालिटी की फोम शीट रोल करने पर भी नहीं टूटती| नोट :– परंतु यदि ऐसा बहुत बार किया जाता टूट भी सकती है|
- पानी से खराब नहीं होती| यदि कभी कभार पानी गिर जाता है तो खराब नहीं होती बार-बार रोज गिरता रहेगा तो खराब हो ही जाएगी!
- अन्य Mattress के मुकाबले सस्ती मिल जाती है|
- फोम शीट पर गारंटी भी ज्यादा मिल जाती है| नोट : पर यह उसकी डेंसिटी पर निर्भर करता है कि आप कितनी डेंसिटी के foam सीट ले रहे हैं|
- यदि आप 2 इंची की फोम शीट लेते हैं तो इसे भी आप कभी कभार गद्दे के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं|
- आजकल यह दो pices में भी उपलब्ध हो जाती है इससे फायदा यह होता है कि आप इसे फोल्ड करके कहीं भी रख सकते हैं| ज्यादातर यह हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स के लिए कारगर होती है|
- इसमें डस्ट ना के बराबर होती है जैसा कि Coir mattress में होता है|
फोम के गद्दे के नुकसान (Foam sheet disadvantages)
यदि किसी चीज के कुछ फायदे होते हैं तो नुकसान अवश्य ही होते हैं|
एक चीज जो किसी को फायदा पहुंचाते तो हो सकता है वह दूसरे को नुकसान भी पहुंचा सकती हो|
कुछ ऐसा ही फोम शीट को गद्दे की तरह इस्तेमाल करने पर भी हो सकता है|
- फोम शीट लगातार इस्तेमाल करने पर यह बहुत ज्यादा मुलायम हो जाती है|
यदि आपने यह सोच कर फोम शीट ली थी कि यह उतनी ही सख्त है जितनी आपको चाहिए थी तो आपको नुकसान लग सकता है|
क्योंकि समय के साथ यह मुलायम होती चली जाएगी|
- गर्मी की समस्या– यदि आप इसे बिना कॉटन का कवर चढ़ाए बिना कॉटन की चादर बिछाए इस्तेमाल करते हैं तो आपको इसमें बहुत ज्यादा गर्मी का एहसास होगा|
ऐसा इस कारण से नहीं होगा कि इसमें से कोई गर्मी निकल रही हो बल्कि ऐसा इस कारण से होता है कि इसमें आपकी बॉडी की हीट सर्कुलेट नहीं हो पाती तथा इसके बनाने में हुए केमिकलस के इस्तेमाल की वजह से|
- कमर दर्द– यह किसी भी प्रकार से क्लिनिकली प्रूव नहीं है की फोम शीट के गद्दे पर सोने से कमर दर्द होता है| यह पॉइंट में अपने एक्सपीरियंस के आधार पर आपको बता रहा हूं|
जैसा कि आपने मेरी प्रोफाइल में पढ़ ही लिया होगा कि मैं इस फील्ड में कितने सालों का अनुभव रखता हूं|
इसी के आधार पर मैं आपको यह बता रहा हूं कि ज्यादा फोम का गद्दा इस्तेमाल करने से कमर दर्द तथा सर्वाइकल पेन की शिकायतों की शुरुआत हो सकती है|
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FAQ: Foam Sheet
फोम शीट का इस्तेमाल कहां-कहां किया जाता है?

मुख्यतः गद्दों के रूप में, तकियों में, गाड़ी की सीट में, सोफे में, फ़िल्टर में – इत्यादि
क्या फोम का गद्दा धोने से खराब हो जाता है?
निश्चित ही फोम का गद्दा धोने से एक बार में एकदम खराब नहीं हो जाता बल्कि उसके परफॉर्मेंस खराब हो जाती है| इसी प्रकार यदि उसे बार-बार धोया जाए तो वह निश्चित ही खराब हो जाएगा|
फोम के गद्दे पर कपड़े प्रेस करने से क्या वह खराब हो जाता है?
जी हां, फोम के गद्दे पर रखकर कपड़े प्रेस करने से वह बहुत ही जल्दी उस जगह से खराब हो जाता है|
किस फोम की किस डेंसिटी का कौन सा कलर होता है?
फोम का कलर कभी भी डेंसिटी पर निर्भर नहीं करता बल्कि इसे तो कंपनियां अपनी सुविधा के हिसाब से तय करती हैं|
फोम के गद्दे की मोटाई कितनी हो सकती है?
ज्यादातर कंपनियां 800 एमएम मोटाई का ब्लॉक बनाती हैं यानी कि यदि आप इसकी कटिंग ना करवाएं तो आपको 800 m.m.(31.4961 Inch) तक मोटा एक पूरा गद्दा मिल सकता है|
लेखक के सुझाव
- यदि आप एक टिकाऊ फोम शीट को गद्दे की तरह इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आपको 32, 40, 50 इन तीनो डेंसिटी में से एक सेलेक्ट करनी चाहिए|
- इस पर रखकर आपको कभी भी कपड़े प्रेस नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे यह बहुत जल्दी खराब हो जाती है|
- 6 महीने में इसे एक बार 2 घंटे के लिए धूप अवश्य लगाने चाहिए इससे इसके हार्मफुल बैक्टीरिया समाप्त हो जाते हैं|
- इस पर एक कॉटन का अच्छा कवर जरूर चढ़ा कर रखें|
आपका कोई प्रश्न हो तो वह अवश्य पूछें|
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